कांग्रेस शासन में कोटपूतली-बहरोड़ जिले में कानून व्यवस्था का बुरा हाल, भ्रष्टाचार चरम पर : शर्मा

 

कोटपूतली। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे है, वैसे-वैसे राजनैतिक सरगर्मियां भी तेजी से बढ़ती जा रही है। हाल ही में राज्य सरकार द्वारा नवगठित जिला कोटपूतली-बहरोड़ में राजनैतिक समीकरण नये तरीके से बुने जाने लगे है। नेता आए दिन चुनाव से पूर्व बयानबाजी करके माहौल में राजनीतिक गर्माहट ला रहे हैं। राजस्थान के पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. रोहिताश्व शर्मा ने रविवार को नवगठित कोटपूतली-बहरोड़ जिला के मुख्यालय कोटपूतली पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस सरकार व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर शब्दबाण चलाया। साथ ही कोटपूतली से लेकर बहरोड़, बानसूर व पूरे जिले में ठप हो चुकी कानून व्यवस्था एवं भ्रष्टाचार के मुद्दे को भी उठाया। डॉ. शर्मा ने एक मुहावरे के माध्यम से मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा अपने विधायकों को लूट की खुली छुट देने का तंज कंसा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री गहलोत ने केवल अपनी कुर्सी बचाने के लिए प्रत्येक विधायक को अपने आप में मुख्यमंत्री बना दिया है। विगत दिनों एक कार्यक्रम में उन्होंने प्रदेश की ठप हो चुकी कानून व्यवस्था व भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री से शिकायत की तो जवाब में उन्होंने लाचारी दिखा दी। डॉ. शर्मा ने कहा कि ऐसा लगता है जैसे प्रदेश में मंत्री व विधायकों की गहलोत नाम की लूट है, लूट सके तो लूट, चुनाव आयेगें तो पछतायेगा, कुर्सीे जायेगी छुट। उन्होंने कहा कि जनता को पता चल चुका है कि कांग्रेस का असली रूप क्या है। वर्तमान सरकार मुख्यमंत्री गहलोत के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकारों से भी ज्यादा भ्रष्ट, नाकारा व निकम्मी सरकार है। जिसके मंत्री व विधायकों को केवल अपना घर भरने के अलावा कोई कार्य नहीं है। जल जीवन मिशन योजना में केन्द्र सरकार ने 62 हजार करोड़ रूपयों की राशि राजस्थान को दी। जिसमें हजारों करोड़ रूपयों का भ्रष्टाचार हुआ है। नवगठित जिले पर अपना दृष्टिकोण रखते हुए उन्होंने कहा कि सबसे पहले वर्ष 1952 में कोटपूतली के प्रथम विधायक बाबू पं. हजारी लाल जोशी ने प्रदेश की विधानसभा में इस मांग को उठाया था। इसके बाद समय-समय पर आये जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने तरीके से जिले की मांग को बुलंद किया। वहीं यहाँ के लोगों ने अनेकों बार धरना प्रदर्शन व अनशन आदि भी किये। डॉ. शर्मा ने बताया कि उनका पैतृक ग्राम कोटपूतली का गोपालपुरा है। इसलिए वे यहां की जनता से सीधा लगाव रखते है। साथ ही दौसा व जयपुर ग्रामीण क्षेत्र उनकी कर्मभूमि रहा है। इस नाते इस मांग को कई बार उन्होंने भी मुख्यमंत्री रहे स्व. भैरोंसिंह शेखावत के समक्ष उठाया। यही नहीं कोटपूतली को जिला परिवहन कार्यालय, अतिरिक्त जिला कलक्टर, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जैसे कार्यालय व विभाग भी मिले। 75 वर्षो पूरानी इस मांग का सिला कोटपूतली में बहरोड़ का नाम जोडकऱ मिला। डॉ. शर्मा ने कहा कि कोटपूतली को एक स्वतंत्र जिला बनाया जाना चाहिये था। अगर इसमें बहरोड़ का नाम सम्मिलित हुआ तो बानसूर का नाम भी सम्मिलित होना चाहिये था। यह सीधे सीधे बानसूर विधायक व कैबिनेट मंत्री शकुन्तला रावत की विफलता है। आज कोटपूतली के जिला अस्पताल की हालत डिस्पेंसरी से बदतर है। कभी यहां आसपास के क्षेत्रों से मरीज आते थे लेकिन आज यह एक रैफरल अस्पताल बनकर रह गया है। नवगठित जिले की कानून व्यवस्था पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कोटपूतली से लेकर बहरोड़, बानसूर, विराटनगर, नारायणपुर में आये दिन गोलियां चल रही है। यहाँ के मुख्य चौराहे पर सरेआम चाकू चलने जैसी वारदात हुई है। हरियाणा से आये गुण्डों ने नये जिले को अपना घर बना लिया है। सरकार ने कोटपूतली जिले जैसी सेंसेटीव जगह पर अनुभवहीन अधिकारियों को तैनात किया है। डॉ. शर्मा ने बानसूर की व्यवस्थाओं पर तंज कसते हुए कहा कि विगत 05 वर्षो से बानसूर में भारी भ्रष्टाचार का बोलबाला है। किसान, मजदूर, व्यापारी व महिलाओं की कोई सुनने वाला नहीं है। भूपसेड़ा का सुनीता काण्ड, महनपुर एवं नारायणपुर की घटना ने मंत्री शकुन्तला रावत का चेहरा जनता के सामने ला दिया है। रावत को अपने विभाग की पुरी जानकारी नहीं है। उन्होंने बिना किसी जानकारी के बानसूर में कई औद्योगिक क्षेत्र घोषित कर दिये है जबकि बानसूर का अधिकतर ईलाका अब्दुल रहमान प्रकरण के तहत केचमेंट एरिया में आता है।  पूर्व मंत्री ने कहा कि वसुंधरा राजे के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनवाने में भी पूर्ण समर्पण के साथ सहयोग करेगें। उन्होंने कहा कि प्रदेश से कांग्रेस की विदाई सुनिश्चित है लेकिन भाजपा को राजे का चेहरा जनता के सामने लाना होगा। बानसूर में विगत 25 अगस्त को किये गये हल्ला बोल प्रदर्शन में भारी संख्या में जुटी लोगों की भीड़ के जवाब में उन्होंने कहा कि सभी जाति वर्ग के लोगों का समर्थन व सम्बल उन्हें मिला है। उन्होंने बानसूर में शांति, भाईचारा व भय मुक्त वातावरण बनाने के लिए आमजन से सहयोग की अपील की। इस दौरान वसुंधरा राजे समर्थक मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष पं. बृजमोहन शर्मा, युवा मोर्चा के प्रदेश संगठन मंत्री विकास डोई व युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अभिषेक मोरीजावाला समेत अन्य मौजूद थे।

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