NCRkhabar@Bhiwadi. The Sagar School Tijara organized a Capacity Building Workshop focused on
“Learning Outcomes and Pedagogy,” in collaboration with CBSE. This event featured
renowned educators Dr. C.B. Mishra, Principal of Prudence School, and Ms. Nirman Popli, Principal of Keshav Vidya Vihar Sr. Sec. School, as the main speakers. Educators and experienced professionals from both The Sagar School and nearby institutions graced the occasion with their presence. During the workshop, Dr. Mishra and Ms. Popli delved deep into crucial topics including teaching learning cycle, the significance of 21st-century competencies, the differences between learning outcomes and learning objectives and using Bloom’s Taxonomy as a resource for creating S.M.A.R.T learning outcomes. They emphasised the transformative impact of the
National Education Policy 2020 and National Curriculum Framework (NCF), urging educators to evolve and drive positive changes within the educational landscape.
The atmosphere of the seminar was charged with insightful discussions and active
participation. Dr. Mishra and Ms. Popli captivated the audience with engaging talks, interactive Q&A sessions, and a series of hands-on activities. The session thrived on its interactive nature, with a continuous exchange of queries and insights between the facilitators and attendees. The practical activities effectively reinforced the concepts discussed, enabling participants to reflect
on and apply their learnings. In conclusion, Dr. Amlan K Saha, the Principal, extended a heartfelt vote of thanks, acknowledging the invaluable contributions of the speakers and the enthusiastic participation of all attendees. The workshop undoubtedly served as a pivotal platform for fostering collaboration, sharing knowledge, and inspiring positive change in the realm of education.
शिक्षण-अधिगम विधियों पर क्षमता निर्माण कार्यशाला में शैक्षिक परिदृश्य में सकारात्मक बदलाव लाने का किया आग्रह
भिवाड़ी। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सहयोग से द सागर स्कूल में “सीखने के परिणाम और शिक्षण-अधिगम विधि पर केंद्रित एक क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में संसाधन व्यक्ति प्रूडेंस स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. सी.बी. मिश्रा और केशव विद्या विहार सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल निराम पोपली ने किया। इस कार्यशाला में सागर स्कूल और आस-पास के विद्यालयों के शिक्षकों ने बड़े उत्साह के साथ सम्मिलित होकर विशेषज्ञों के ज्ञान एवं अनुभवों का लाभ उठाया ।
कार्यशाला के दौरान, डॉ. सी. बी. मिश्रा और निराम पोपली ने शिक्षण-अधिगम चक्र, 21वीं सदी के कौशलों का महत्व, सीखने के परिणामों और सीखने के उद्देश्यों के बीच अंतर और स्मार्ट अधिगम के परिणामों को बताने के लिए एक संसाधन के रूप में ब्लूम के वर्गीकरण का उपयोग करने सहित महत्वपूर्ण विषयों पर गहराई से चर्चा की। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (एनसीएफ) के परिवर्तनकारी प्रभाव पर जोर दिया तथा शिक्षकों से शैक्षिक परिदृश्य में सकारात्मक बदलाव लाने और आगे बढ़ने का आग्रह किया।
कार्यशाला का माहौल ज्ञानवर्धक चर्चाओं और सक्रिय भागीदारी से परिपूर्ण था। डॉ. मिश्रा और निराम पोपली ने परस्पर आकर्षक संवाद (इंटरैक्टिव), प्रश्नोत्तर सत्र और व्यावहारिक गतिविधियों की एक श्रृंखला से शिक्षकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस कार्यशाला में संसाधन व्यक्तियों एवं उपस्थित अध्यापकों के बीच प्रश्नों और अनुभवों का निरंतर आदान-प्रदान हुआ। प्राचार्य डॉ. अम्लान के साहा ने संसाधन व्यक्तियों के अमूल्य योगदान और सभी उपस्थित अध्यापकों के उत्साहपूर्ण भागीदारी के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया। इस कार्यशाला ने परस्पर सहयोग को बढ़ावा देने, ज्ञान साझा करने और शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव को प्रेरित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य किया।