NCRKhabar@Bhiwadi.भिवाड़ी की फैक्ट्रियों के गंदे पानी को लेकर हरियाणा व राजस्थान की अदावत में दोनों राज्यों के लोग पिस रहे हैं। कुछ समय पहले हरियाणा की तरफ से नेशनल हाईवे पर मनमाने तरीके से रैंप बनाकर भिवाड़ी का पानी धारुहेड़ा में जाने से रोक दिया गया। इससे गत शनिवार से अलवर बाईपास व भगतसिंह कॉलोनी सहित अन्य स्थानों पर जलभराव हो गया। इस कारण आवागमन पर बुरा असर पड़ रहा है। हरियाणा ने भिवाड़ी का पानी तो रोक दिया लेकिन सीमावर्ती गांवों का पानी भिवाड़ी में आने से रोकने के प्रबंध नहीं किए। भिवाड़ी प्रशासन ने रविवार को भिवाड़ी की सीमा से लगते हरियाणा के कर्णकुंज, गुर्जर घटाल, रंगाला, आकेड़ा, नारायण विहार व खोरी बैरियर सहित अन्य रास्तों व नालों में जेसीबी से मिट्टी डलवाना शुरू कर दिया है। यहां पर सड़कों को ऊंचा कर हरियाणा से पानी आने से रोका जाएगा और यहां पर पुलिस के जवान तैनात किए जाएंगे। इन गांवों व उसमे बसी कालोनियों से रोजाना चार से छह एमएलडी पानी भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र के खुले नालों में आ रहा है जबकि वर्षा के मौसम में इसकी मात्रा बढ़ जाती है। भिवाड़ी जल प्रदूषण निवारण एसोसिएशन (बीजेपीएनए) के चेयरमैन सुरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि रोजाना चार से छह एमएलडी पानी हरियाणा के गांवों से आ रहा है। उन्होंने गत माह धारुहेड़ा में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के साथ हुई राजस्थान व हरियाणा के अधिकारियों की संयुक्त मीटिंग में इस मामले को उठाया था। हरियाणा के इन गांवों में एक भी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं लगाया गया है और गंदा पानी भिवाड़ी के नालों में छोड़ दिया जाता है।