भिवाड़ी-सोहना हाईवे पर पानी भरने से तीन हज़ार स्कूली बच्चे प्रभावित, जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बताई समस्या

NCRKhabar@Bhiwadi.

भिवाड़ी से धारुहेड़ा में दूषित पानी जाने की समस्या नासूर बनती जा रही है। दोनों राज्यों के बीच कई बार गंदे पानी को लेकर बैठक हुई है लेकिन नतीजा नहीं निकल सका है।  थोड़ी सी बारिश होने पर फैक्ट्रियां गंदा पानी छोड़ देती हैं, जो भिवाड़ी के अलग-अलग हिस्सों के अलावा अलवर बाईपास से लेकर हरियाणा तक जलभराव का सबब बन जाता है। इससे ना सिर्फ धारुहेड़ा व आसपास के गांव के लोग प्रभावित होते हैं बल्कि अलवर बाईपास के निकट भिवाड़ी सोहना एनएच 719 बी पर स्थित माडर्न पब्लिक स्कूल के सामने तीन-चार फीट तक पानी भर जाता है, जिससे यहां पढ़ने वाले तीन हजार बच्चों को स्कूल आने में दिक्कत होती है। स्कूल के सामने नेशनल हाईवे की सड़क टूटी होने के कारण जलभराव के दौरान वाहन चालकों को पता नहीं चल पाता है और कई बार दुर्घटना हो जाती है।

डेढ़ हजार फैक्ट्रियों का पानी आने से होता है जलभराव

माडर्न पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल पी के साजू ने बताया कि शुक्रवार को अलवर जिला कलक्टर पुखराज सेन को बीडा में मीटिंग के दौरान ज्ञापन देकर नेशनल हाईवे पर स्कूल के सामने जलभराव की समस्या के समाधान की मांग की गई। ज्ञापन में बताया गया है कि भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र की तकरीबन डेढ़ हज़ार फैक्ट्रियों के गंदे पानी को छोड़ दिया जाता है। एमपीएस में अध्ययन करने वाले तीन हजार विद्यार्थियों को लगातार जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ता है तथा स्कूल आने में परेशानी होती है। इससे नियमित रूप से स्कूल संचालन में दिक्कत आती है। प्रिंसिपल पी के साजू ने बताया कि स्कूल के सामने पानी भरे रहने से विद्यार्थियों, स्टाफ व आगन्तुकों को हो रही तकलीफ़ के अलावा गंदा पानी स्कूल के अंदर आने से भवन को नुकसान हो रहा है। उधर हरियाणा के सड़क के दोनों राज्यों की सीमा पर एक तरफ ब्लॉक करने की वजह स स्कूल के सामने चार फीट तक पानी भरा हुआ है।

 इस समस्या के समाधान के लिए औद्योगिक इकाइयों के पानी का समुचित तरीके से ट्रीटमेंट कर छोड़ा जाए तथा स्कूल के सामने ड्रेनेज की नियमित रूप से सफ़ाई करवाई जाए। इसके अलावा दोनों राज्यों के अधिकारी मिलकर स्कूल की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए स्थाई समाधान किया जाए।

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