Environment@ncrkhabar.com बढ़ती जनसंख्या, औद्योगिकरण और शहरीकरण के कारण भिवाड़ी में जलवायु और भूमि प्रदूषण की समस्या बढ़ती जा रही है। समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में स्थिति गंभीर हो सकती है। नेशनल काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशंस द्वारा प्रायोजित और ग्लोबल हाइड्रोलॉजिकल सॉल्यूशंस फरीदाबाद की ओर से बुधवार को मॉडर्न पब्लिक स्कूल (MPS) में ” भिवाड़ी में प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण” विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यशाला में केंद्रीय भूजल बोर्ड के पूर्व वैज्ञानिक डॉ सुधांशु शेखर, प्रोफेसर अरुनांगशु, एच. एस. सैनी सहित अन्य विशेषज्ञों ने जलवायु एवं भूमि के संरक्षण के महत्वपूर्ण उपाय पर चर्चा की और छात्रों व अभिभावकों ने प्रश्नों का उत्तर दिया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और विकास के लिए आवश्यक कदम उठाना था। कार्यक्रम का समापन एक सामूहिक संकल्प के साथ हुआ कि सभी को पर्यावरण संरक्षण में भरपूर योगदान देना चाहिए।
तिजारा में हो रहा क्षमता से अधिक भूजल का दोहन