NCRkhabar@Bhiwadi. औद्योगिक नगरी में दिवाली की रात हुई आतिशबाजी व पटाखों ने प्रदूषण का स्तर बढ़ा दिया है और चारों तरफ धुआं ही धुआं नजर आ रहा है। प्रशासन ने दिवाली पर पटाखों की बिक्री पर रोक के दावे किए थे लेकिन उनके दावे फुस्स हो गए तथा रातभर लोगों ने जमकर बम फोड़े और पटाखे चलाये। इस कारण प्रदूषण का स्तर लागातार बढ़ता चला गया। भिवाड़ी में दिवाली (Diwali) की शाम वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 185 था लेकिन दिवाली के अगले दिन सोमवार सुबह आठ दोपहर बढ़कर 290 तक पहुंच गया लेकिंन दोपहर रात नौ बजे एक्यूआई 384 तक पहुंच गया जबकि पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 व 10 का स्तर सर्वाधिक 500 तक पहुंच गया। प्रदूषण का यह स्तर भिवाड़ी की हवा ज़हरीली होने की स्थिति बता रहा है। वहीं पिछले साल दिवाली के दिन एक्यूआई 164 व अगले 233 रहा था, जो इस साल की तुलना में काफी कम है। भिवाड़ी के बाजारों में घुटन व आंखों में जलन से लोगों का बुरा हाल है। आतिशबाजी ने एक तरफ एक्यूआई का लेवल बढ़ा दिया है तो वहीं दूसरी तरफ दृश्यता भी बेहद कम हो गई।
बारिश ने कम किया था प्रदूषण
दिवाली के पहले हुई बारिश के बाद प्रदूषण में काफी सुधार देखने को मिला था। यहां बता दें कि पिछले सप्ताह भिवाड़ी का एक्यूआई 463 तक पहुंच गया था लेकिन गुरुवार व शुक्रवार को हुई वर्षा से मौसम साफ हो गया था और प्रदूषण एकदम से नीचे आ गया था। बता दें कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण पंजाब और हरियाणा सहित उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में बारिश हुई, जिससे वायु प्रदूषण में पराली जलाने से निकलने वाले धुएं का योगदान प्रभावी रूप से कम हो गया।
भिवाड़ी में एक्यूआई
सुबह 10 बजे। 290
सुबह 11 बजे 300
दोपहर 12 बजे 305
दोपहर एक बजे 330
दोपहर 2 बजे 333
रात 9 बजे। 384