NCRkhabar@Bhiwadi. तिजारा विधानसभाक्षेत्र ( Tijara Assembly Area) से कांग्रेस टिकट को लेकर मेवात के लोगों को बेसब्री से इंतजार है। कांग्रेस का टिकट घोषित होने के बाद ही चुनाव की तस्वीर साफ होगी। भाजपा ( BJP) से बालकनाथ ( Balaknath) को प्रत्याशी घोषित करने के बाद चुनाव में सांप्रदायिक धुर्वीकरण होने की पूरी उम्मीद है। इसलिए कांग्रेस की तरफ से ऐसे व्यक्ति को टिकट देने को लेकर मंथन हो रहा है, जो तिजारा सीट कांग्रेस की झोली में डाल सके। इसलिए इस बार मेवात में चेहरे के बजाय कांग्रेस को वोट देने की बात कही जा रही है। मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद पहली सूची जारी की जाएगी और पूर्व मंत्री दुर्रू मियां व चौधरी फ़ज़ल हुसैन टिकट के प्रबल दावेदार हैं और इनमें से ही किसी एक को टिकट मिलने की उम्मीद की जा रही है। पूर्व मंत्री दुर्रू मियां के पांच साल तक तिजारा विधानसभा क्षेत्र में नहीं आने से जनता में काफी नारजगी है और लोग बातचीत के दौरान अपनी नारजगी खुलेआम जाहिर भी कर रहे हैं। वहीं फ़ज़ल हुसैन लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं। इसके बावजूद लोगों ने कहा कि कांग्रेस ने भले ही अभी किसी को टिकट नहीं दिया हो लेकिन मेवात में तिजारा सीट को लेकर काफी हलचल मची हुई है। मेवात ( Mewat) के ग्वालदा चौराहे पर मौजूद युवाओं ने कहा कि वे लोग कांग्रेस पार्टी के साथ हैं और पार्टी उम्मीदवार के साथ हैं। उन्होंने कहा कि दस साल से मेवात उपेक्षा का शिकार हुआ है, इसलिए इस बार कांग्रेस प्रत्याशी को जिताकर मेवात का विकास करवाया जाएगा। इसी तरह चौपानकी औद्योगिक क्षेत्र में कांग्रेस के उम्मीदवार को लेकर जगह-जगह लोग चर्चा करते नज़र आये।
उधर कहरानी के MTI चौक पर सोमवार की शाम पार्षद छुट्टन कहरानी व पूर्व पार्षद तैय्यब बिलाहेड़ी सहित कुछ लोग चुनाव पर चर्चा करते नजर आए। सभी लोग कांग्रेस प्रत्याशी के दावेदारों पर चर्चा कर रहे थे कि टिकट किसको मिलेगा और उसके बाद मेवात की राजनीति में क्या बदलाव आएगा। पूर्व पार्षद तैय्यब बिलाहेड़ी ने कहा कि अभी कांग्रेसी उम्मीदवार के नाम की घोषणा होने दीजिए। उसके बाद तय किया जाएगा कि वोट कांग्रेस को देना है किसी दूसरे प्रत्याशी को समर्थन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी से किसी प्रत्याशी को कमतर समझना गलत है और सभी दावेदार मजबूत जनाधार वाले हैं। वहीं कई लोग पूर्व विधायक मास्टर मामन सिंह के मजबूती से चुनाव लड़ने पर अपनी बात रख रहे थे। बहरहाल कांग्रेस उम्मीदवार की घोषणा के बाद ही चुनाव की तस्वीर साफ हो सकेगी लेकिन तब तक चुनाव के समीकरण बनते-बिगड़ते रहेंगे और चाय की थड़ियों प सोशल मीडिया पर कयासबाजी और चर्चाओं का बाजार गर्म रहेगा।