NCRkhabar@Bhiwadi. आगामी एक अक्टूबर से लागू होने वाले ग्रेडेड एक्शन रिस्पांस प्लान (GRAP) के दौरान उद्योगों को निर्बाध रूप से बिजली उपलब्ध करवाने को लेकर जयपुर डिस्कॉम (Jaipur Discom) मुस्तैदी से काम कर रहा है। वर्तमान समय में भिवाड़ी व टपूकड़ा के सहायक अभियंता कार्यालय के अधीन आने वाले औद्योगिक क्षेत्रों में रोजाना 90 लाख यूनिट बिजली की खपत हो रही है तथा तकरीबन 240 करोड़ रुपए का राजस्व प्रतिमाह जयपुर डिस्कॉम को मिल रहा है। भिवाड़ी जयपुर डिस्कॉम को राजस्व देने के मामले में सबसे ऊपर आता है। ग्रेप लागू होने के दौरान डीजल जेनरेटर पर पाबंदी रहेगी लेकिन विद्युत उपलब्ध होने से उद्योगों पर असर नहीं पड़ने वाला है।
जयपुर डिस्कॉम भिवाड़ी के सहायक अभियंता चंद्रेश शर्मा ने बताया कि फिलहाल भिवाड़ी, खुशखेड़ा व टपूकड़ा सहित सभी औद्योगिक क्षेत्र में रोजाना 90 लाख यूनिट विद्युत उपभोग हो रहा है, जिससे डिस्कॉम को तकरीबन 240 करोड़ का राजस्व मिल रहा है। इसमें से 205 करोड़ रुपए अकेले भिवाड़ी सहायक अभियंता कार्यालय का है जबकि टपूकड़ा सहायक अभियंता कार्यालय का राजस्व 30-35 करोड़ प्रतिमाह है। उन्होंने बताया कि इस वक़्त सप्ताह में दो दिन शाम सात बजे से सुबह पांच बजे तक बिजली कटौती की जाती है लेकिन हाल ही में बारिश के दौरान यह कटौती भी नहीं हुई है। इसके अलावा आकस्मिक कार्यों के लिए ही कटौती की जाती है और उद्योगों को पहले सूचित कर दिया जाता है, जिससे वह उसी के अनुरूप उत्पादन कर लेते हैं। ऐसे में ग्रेप के दौरान भिवाड़ी के उद्योगों को बिजली कटौती का सामना नहीं करना पड़ेगा। जयपुर डिस्कॉम भिवाड़ी की ओर से निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति के प्रबंध किए गए हैं।
औद्योगिक क्षेत्र में दो नए सब स्टेशन लगाए जाएंगे
जयपुर डिस्कॉम के सहायक अभियंता चन्द्रेश शर्मा ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र में बिजली आपूर्ति सुचारू बनाए रखने के लिए 33/11केवी जीएसएस के दो नए सब स्टेशन लगाए जाएंगे। इसके लिए रीको से ईएसआई हॉस्पिटल पार्क के पीछे एक हजार वर्ग मीटर व लकी पाली प्लास्ट के पास नीलम चौक पर डेढ़ हजार वर्ग मीटर भूमि आवंटित करने के लिए पत्र भेजा गया है। रीको से भूमि आवंटित होने के बाद जीएसएस लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
– जयपुर डिस्कॉम की ओर से दो स्थानों पर 33 केवी जीएसएस स्थापित करने के लिए भूमि आवंटित करने का पत्र मिला है। जल्द ही भूमि आवंटित करने का प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेजा जाएगा और स्वीकृति मिलने के बाद भूमि का आवंटन कर दिया जाएगा।
-जी के शर्मा, सीनियर आरएम रीको यूनिट प्रथम भिवाड़ी।
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